कोरोना कोरोना
से
तुम क्यूँ डरोना
ये तुच्छ जीवाणु
तुम विशाल मानव
फिर भी
डरोना
छोड़ोना छोड़ोना
है ये डर
किस बात का
छोड़ोना
नमस्कार करो ना
धीरज धरो ना
विचलित मत होओ ना
खुश रहो ना
बाहर मत निकलो ना
मम्मी को सताओ ना
पापा को हँसाओ ना
प्रेम से रहो ना
मस्त रहो ना
छोड़ोना छोड़ोना
डरना भी अब
छोड़ोना
है वक्त ये दुर्लभ
फिर कभी ना आएगा
प्रेम भरे क्षण बिताओ ना
फ़ेसबुक टिकटोक भूल जाओ ना
कोरोना कोरोना को
भूल जाओ ना
©vaishali_singhal
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